नई दिल्ली, गुरुवार – भारत ने पाकिस्तान के नेतृत्व द्वारा दिए जा रहे लगातार भड़काऊ और युद्धोन्मुखी बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि किसी भी तरह के दुस्साहस का परिणाम “कष्टदायी” होगा, जैसा कि हाल ही में देखा गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने प्रेस वार्ता में कहा, “हमने पाकिस्तान के नेतृत्व से भारत के खिलाफ लापरवाह, युद्ध भड़काने वाले और नफरत फैलाने वाले बयानों का लगातार पैटर्न देखा है। पाकिस्तान को अपनी भाषा में संयम बरतना चाहिए, क्योंकि किसी भी दुस्साहस के दर्दनाक नतीजे होंगे।”
यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के उस बयान के बाद आई, जिसमें उन्होंने 23 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले (जिसमें 26 लोगों की मौत हुई) के बाद भारत द्वारा सिंधु जल संधि (1960) को “निलंबित” करने के फैसले पर नाराजगी जताई थी। शरीफ ने कहा था, “अगर आप हमारे पानी को रोकने की धमकी देंगे, तो पाकिस्तान की एक बूंद भी नहीं छीन पाएंगे। ऐसा करने की कोशिश की तो सबक सिखाया जाएगा।” पाकिस्तान लंबे समय से कहता आया है कि पानी रोकना युद्ध की घोषणा के समान होगा।
पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने भी IWT निलंबन को “सिंधु घाटी सभ्यता पर हमला” बताया था और चेतावनी दी थी कि यदि पाकिस्तान को युद्ध के लिए मजबूर किया गया तो वह पीछे नहीं हटेगा।
वहीं, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने अमेरिका के टाम्पा में प्रवासी पाकिस्तानियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत यदि पानी रोकने के लिए कोई बांध बनाएगा तो पाकिस्तान उसे नष्ट कर देगा। इस पर भारत ने जवाब देते हुए पाकिस्तान पर “परमाणु धमकियों” का आरोप लगाया और कहा कि ऐसे बयान यह साबित करते हैं कि पाकिस्तान की सेना आतंकवादी संगठनों के करीब है।
इन बयानबाजियों के बीच, अभिनेता से बीजेपी नेता बने मिथुन चक्रवर्ती ने भी पाकिस्तान को “ब्राह्मोस मिसाइलों की श्रृंखला” से धमकाने वाला बयान दिया और व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा कि भारत में एक बांध बनाकर “140 करोड़ भारतीय” वहां पेशाब करेंगे और फिर उसे पाकिस्तान की ओर छोड़ देंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका निशाना पाकिस्तान की सत्ता थी, जनता नहीं।
यह शब्दयुद्ध हाल ही में 7 मई को भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद तेज हुआ है। यह अभियान 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ढांचों को निशाना बनाने के लिए चलाया गया था। चार दिन तक ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद 10 मई को दोनों देशों ने संघर्षविराम पर सहमति जताई।
Author: News Desk
हम हमेशा अपने पाठकों को सबसे ताजातरीन और सटीक समाचार प्रदान करने के लिए तत्पर रहते हैं। यदि आपको किसी खबर या जानकारी में कोई अपडेट की आवश्यकता लगती है, तो कृपया हमें सूचित करें। हम आपकी सुझाव और सुधारों को ध्यान में रखते हुए हमारी सामग्री को अपडेट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही, यदि आपके पास कोई महत्वपूर्ण समाचार या प्रेस रिलीज है जिसे आप हमारे साथ साझा करना चाहते हैं, तो कृपया इसे हमारे ईमेल आईडी पर भेजें: RajasthanTVofficial(at)gmail (dot)com