संसद का शीतकालीन सत्र तीखी बहसों, हंगामे, वॉकआउट और विरोध प्रदर्शनों से भरा रहा। लेकिन सत्र के समापन के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा आयोजित पारंपरिक चाय समारोह ने राजनीतिक तल्खी के बीच सौहार्द का माहौल बना दिया। खास बात यह रही कि पिछली बार के विपरीत, इस बार विपक्षी सांसदों ने भी चाय समारोह में शिरकत की और करीब तीन हफ्तों की सियासी तनातनी के बाद माहौल कुछ हल्का नजर आया।
लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय से जारी तस्वीर के मुताबिक, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बगल में बैठी नजर आईं। उनके पास लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अनुपस्थिति में प्रियंका गांधी ने इस सत्र के दौरान कांग्रेस की ओर से अहम भूमिका निभाई थी और पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हुए वह इस चाय समारोह में शामिल हुईं।
हल्के-फुल्के पल
लोकसभा अध्यक्ष द्वारा हर सत्र के अंत में आयोजित की जाने वाली यह चाय पार्टी संसद के तनावपूर्ण माहौल को सौहार्द और सद्भाव के साथ समाप्त करने की परंपरा का हिस्सा होती है। आज की बैठक करीब 20 मिनट तक चली, जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच कई हल्के-फुल्के और दिलचस्प पल देखने को मिले।
सूत्रों के अनुसार, प्रियंका गांधी ने बातचीत के दौरान बताया कि वह अपनी लोकसभा सीट वायनाड की एक खास जड़ी-बूटी का सेवन करती हैं, जिससे उन्हें एलर्जी से बचाव होता है। इस टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुस्कुराते नजर आए। प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री से उनकी हालिया इथियोपिया, जॉर्डन और ओमान यात्रा के बारे में भी पूछा, जिस पर पीएम मोदी ने जवाब दिया कि यात्रा अच्छी रही।
इस बैठक में समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव, एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले और सीपीआई नेता डी राजा भी मौजूद थे। बातचीत के दौरान धर्मेंद्र यादव ने सुझाव दिया कि संसद सत्र कुछ दिन और चलना चाहिए था। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि सत्र इसलिए छोटा रखा गया ताकि उनका गला खराब न हो, यह टिप्पणी यादव की संसद में जोरदार बहसों की ओर इशारा करती मानी गई। इस पर वहां मौजूद सांसदों में हंसी की लहर दौड़ गई।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान कुछ विपक्षी सांसदों की तारीफ भी की और कहा कि एन के प्रेमचंद्रन जैसे सांसद सदन में पूरी तैयारी के साथ आते हैं। वहीं कुछ विपक्षी नेताओं ने नए संसद भवन में सांसदों के लिए एक केंद्रीय हॉल बनाने की मांग रखी, जैसा कि पुराने संसद भवन में हुआ करता था। इस पर पीएम मोदी ने हंसते हुए कहा, “वह तो रिटायरमेंट के बाद के लिए है, अभी आपको देश की काफी सेवा करनी है,” जिससे माहौल और भी हल्का हो गया।
विपक्ष क्यों हुआ शामिल
इस बार प्रियंका गांधी का चाय समारोह में शामिल होना पिछले मानसून सत्र से बिल्कुल अलग तस्वीर पेश करता है। उस समय राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने चाय पार्टी का बहिष्कार किया था और लोकसभा अध्यक्ष पर विपक्ष को बोलने का मौका न देने के आरोप लगाए थे। उस फैसले की प्रधानमंत्री मोदी ने भी आलोचना की थी।
सूत्रों के मुताबिक, इस बार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने फैसला किया कि सभी विपक्षी सांसद चाय समारोह में शामिल होंगे, क्योंकि शीतकालीन सत्र के दौरान अध्यक्ष का रवैया विपक्ष के प्रति संतुलित और निष्पक्ष रहा। इसी फैसले के चलते संसद के सत्र के अंत में राजनीतिक मतभेदों के बीच संवाद और सौहार्द की एक सकारात्मक तस्वीर देखने को मिली।
Author: News Desk
हम हमेशा अपने पाठकों को सबसे ताजातरीन और सटीक समाचार प्रदान करने के लिए तत्पर रहते हैं। यदि आपको किसी खबर या जानकारी में कोई अपडेट की आवश्यकता लगती है, तो कृपया हमें सूचित करें। हम आपकी सुझाव और सुधारों को ध्यान में रखते हुए हमारी सामग्री को अपडेट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही, यदि आपके पास कोई महत्वपूर्ण समाचार या प्रेस रिलीज है जिसे आप हमारे साथ साझा करना चाहते हैं, तो कृपया इसे हमारे ईमेल आईडी पर भेजें: RajasthanTVofficial(at)gmail (dot)com









