Rajasthan TV Banner

Bihar Election Small Parties-प्रशांत किशोर, मायावती, ओवैसी: बिहार चुनाव में छोटे दलों का बड़ा प्रभाव

Bihar Election Small Parties

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने 2010 की NDA की बड़ी जीत की याद दिला दी, लेकिन इस बार राजनीतिक समीकरण अलग रहे। एनडीए को 243 में से 202 सीटें मिलीं, जबकि महागठबंधन (MGB) केवल 35 सीटों पर सिमट गया। यह परिणाम दोनों गठबंधनों के लिए अप्रत्याशित था।कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “यह नतीजा हम सबके लिए अविश्वसनीय है। 90% स्ट्राइक रेट किसी भी पार्टी का कभी नहीं रहा। हम पूरे बिहार से डेटा इकट्ठा कर विश्लेषण कर रहे हैं।”मुख्य आंकड़ों के पीछे, तीन छोटे दलों—जन सुराज पार्टी, बीएसपी और एआईएमआईएम—ने कई सीटों पर निर्णायक प्रभाव डाला, जिससे जीत-हार के अंतर में बड़ा बदलाव देखने को मिला।

जन सुराज का असर

प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने पहली बार चुनाव लड़ा और भले ही एक भी सीट न जीत सकी, लेकिन 3.4% वोट शेयर हासिल किया। पार्टी ने 238 सीटों पर चुनाव लड़ा और 129 सीटों पर तीसरे स्थान पर रही।सबसे अहम बात—33 सीटों पर जन सुराज को मिले वोट जीत के अंतर से ज्यादा थे। इनमें 18 पर NDA और 13 पर MGB जीता। यानी PK की पार्टी ने दोनों गठबंधनों के वोट काटे।

बीएसपी और ओवैसी फैक्टर

मायावती की बीएसपी ने 181 सीटों पर लड़कर एक सीट जीती और एक पर दूसरे नंबर पर रही। लंबे समय से बीएसपी पर विपक्षी दलों द्वारा बीजेपी की ‘B-टीम’ होने का आरोप लगाया जाता रहा है। इस चुनाव में, बीएसपी ने महागठबंधन को अधिक नुकसान पहुंचाया।20 सीटों पर बीएसपी के वोट जीत के अंतर से अधिक थे, जिनमें से 18 NDA और केवल 2 MGB ने जीते — यानी 90% मामलों में बीएसपी का फायदा NDA को हुआ।असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने 5 सीटें जीतीं और एक पर दूसरे स्थान पर रही। 9 सीटों पर उसके वोट जीत के अंतर से अधिक थे, जिनमें से 67% NDA और 33% MGB ने जीते।

तीन तरफा मुकाबले ने बदला खेल

MGB का यह प्रदर्शन पिछले चुनावों में सबसे कमजोर माना जा रहा है। RJD का वोट शेयर 23.4% था लेकिन उसे केवल 25 सीटें मिलीं, जबकि BJP (20.4%) और JDU (19.6%) ने उससे तीन गुना सीटें जीत लीं। यह स्पष्ट है कि NDA ने अपना वोट बैंक मजबूत रखा, जबकि विपक्ष का वोट तीन दिशाओं में बंट गया।आंकड़ों के अनुसार, 63 सीटें ऐसी थीं जहाँ जन सुराज, बीएसपी और AIMIM के वोट जीत के अंतर से ज्यादा थे। इन 63 में से 44 सीटें NDA और 19 MGB ने जीतीं।

डालित वोटों पर BSP, मुस्लिम वोटों पर AIMIM, और युवा-प्रभावित विकास वोटों पर जन सुराज के प्रभाव ने महागठबंधन का पारंपरिक “एंटी-NDA वोट” तीन हिस्सों में बाँट दिया। इस बिखराव ने NDA को कई कड़े मुकाबलों में भी मजबूत जीत दिलाई।

News Desk
Author: News Desk

हम हमेशा अपने पाठकों को सबसे ताजातरीन और सटीक समाचार प्रदान करने के लिए तत्पर रहते हैं। यदि आपको किसी खबर या जानकारी में कोई अपडेट की आवश्यकता लगती है, तो कृपया हमें सूचित करें। हम आपकी सुझाव और सुधारों को ध्यान में रखते हुए हमारी सामग्री को अपडेट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही, यदि आपके पास कोई महत्वपूर्ण समाचार या प्रेस रिलीज है जिसे आप हमारे साथ साझा करना चाहते हैं, तो कृपया इसे हमारे ईमेल आईडी पर भेजें: RajasthanTVofficial(at)gmail (dot)com

Leave a Comment

Read More

[ays_poll id=1]

Read More