जयपुर (Rajasthan): रविवार देर रात जयपुर के Sawai Man Singh (SMS) Hospital के Trauma ICU में लगी Massive Fire ने भयावह रूप ले लिया। आग की इस घटना में 6 मरीजों की मौत हो गई और 5 मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रारंभिक जांच में short circuit को आग लगने का कारण बताया जा रहा है।
🔥 हादसे का समय और स्थान (Time & Place of Incident)
यह हादसा रविवार रात लगभग 12:30 बजे SMS Hospital के Trauma ICU Ward की दूसरी मंज़िल पर हुआ। उस समय 11 मरीज ICU में भर्ती थे, जबकि पूरे ट्रॉमा सेंटर में 24 मरीज उपचाराधीन थे — जिनमें 13 Semi-ICU में थे।
अस्पताल के अनुसार आग इलेक्ट्रिकल short circuit से शुरू हुई और कुछ ही मिनटों में धुआं पूरे वार्ड में फैल गया। ICU में मौजूद मरीजों में से कई कोमा या वेंटिलेटर पर थे, जिससे बचाव कठिन हो गया।
⚰️ मृतकों की सूची (List of Deceased Patients)
घटना में जिन 6 मरीजों की मृत्यु हुई, उनकी पहचान इस प्रकार हुई है:
- Pintu – सीकर
- Dilip – आमेर, जयपुर
- Shrinath – जयपुर
- Rukmini – जयपुर
- Khurma – भरतपुर
- Bahadur – सांगानेर, जयपुर
इसके अलावा 5 मरीज गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें अन्य वार्डों में शिफ्ट किया गया है।
(स्रोत: Hindustan Times, Times of India, Mathrubhumi, NBT)
🚒 रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue & Response)
- जैसे ही आग लगी, ICU का अलार्म सिस्टम सक्रिय हुआ और नर्सिंग स्टाफ व वार्ड बॉय ने मरीजों को निकालने का प्रयास शुरू किया।
- फायर ब्रिगेड की टीमों ने मौके पर पहुंचकर खिड़कियां तोड़कर अंदर फंसे मरीजों को बाहर निकाला।
- करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
- बचाव कार्य में SMS अस्पताल के डॉक्टर्स, फायर डिपार्टमेंट और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की।
🏛️ प्रशासनिक प्रतिक्रिया (Administrative Action)
- राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने देर रात अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को तुरंत जांच के आदेश दिए।
- राज्य सरकार ने FSL (Forensic Science Laboratory) को जांच में शामिल किया है ताकि सटीक कारण पता लगाया जा सके।
- स्वास्थ्य मंत्री और मेडिकल एजुकेशन विभाग ने अस्पताल की सुरक्षा प्रणाली की समीक्षा के निर्देश दिए हैं।
⚠️ अस्पताल पर उठे सवाल (Negligence & Accountability)
घटना के बाद मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया कि ICU में धुएं और चिंगारियों की गंध पहले से महसूस की जा रही थी, लेकिन स्टाफ ने उस पर ध्यान नहीं दिया।
कुछ परिवारों ने यह भी दावा किया कि अगर समय रहते मरीजों को बाहर निकाला जाता, तो जानें बचाई जा सकती थीं।
राज्य सरकार ने इस संबंध में जाँच समिति गठित की है जो लापरवाही की पुष्टि होने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई करेगी।
🧯 सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल (Fire Safety in Hospitals)
यह हादसा अस्पतालों में सुरक्षा मानकों पर गंभीर प्रश्न उठाता है —
- ICU में फायर अलार्म सिस्टम और स्मोक वेंटिलेशन पर्याप्त थे या नहीं?
- क्या अस्पताल में फायर सेफ्टी ड्रिल और कर्मचारियों का प्रशिक्षण नियमित रूप से होता है?
- क्या इलेक्ट्रिकल वायरिंग और उपकरणों का रख-रखाव मानकों के अनुसार किया जा रहा था?
🕯️ जनता और प्रशासन की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर #SMSHospitalFire ट्रेंड कर रहा है।
लोगों ने सरकार से अस्पतालों में Fire Safety Audit अनिवार्य करने और ICU सुरक्षा प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करने की मांग की है।
Massive Fire in Jaipur SMS Hospital ICU एक दर्दनाक हादसा है जिसने राजस्थान की चिकित्सा व्यवस्था को झकझोर दिया है।
यह घटना सिर्फ SMS अस्पताल तक सीमित नहीं — यह पूरे देश के लिए चेतावनी है कि अस्पतालों में emergency preparedness और electrical maintenance को प्राथमिकता दी जाए ताकि मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
Author: News & PR Desk
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