नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने रिकॉर्ड जीत की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। महाराष्ट्र की 288 सीटों में से 229 सीटों पर महायुति बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन को सिर्फ 54 सीटों पर बढ़त मिली है, जबकि अन्य 5 सीटों पर निर्दलीय या छोटे दल आगे चल रहे हैं।
महायुति का प्रदर्शन
महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सबसे बड़े खिलाड़ी के रूप में उभरी है। बीजेपी ने 149 सीटों पर चुनाव लड़ा और 131 पर बढ़त बनाई है। शिवसेना (शिंदे गुट) 81 सीटों में से 53 पर और अजित पवार के नेतृत्व वाला एनसीपी गुट 59 में से 40 सीटों पर आगे है।
महा विकास आघाड़ी का संघर्ष
एमवीए गठबंधन के प्रदर्शन में भारी गिरावट देखी जा रही है। कांग्रेस 101 में से सिर्फ 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। शरद पवार के नेतृत्व वाला एनसीपी गुट 86 में से 11 सीटों पर और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला शिवसेना गुट 95 में से 21 सीटों पर आगे है।
बड़े नेताओं की टक्कर
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम अजित पवार और आदित्य ठाकरे सहित कई प्रमुख नेता इस चुनाव में मैदान में हैं।
- एकनाथ शिंदे: अपने गुरू आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे के खिलाफ ठाणे की कोपरी-पाचपाखाड़ी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और 1.21 लाख वोटों से आगे हैं।
- अजित पवार: शरद पवार के भतीजे युगेंद्र पवार के खिलाफ बारामती सीट से 90,000 वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं।
- आदित्य ठाकरे: वर्ली सीट पर शिंदे गुट के मिलिंद देवड़ा के खिलाफ 9,000 वोटों से आगे हैं।
- ज़ीशान सिद्दीकी: अजित पवार के एनसीपी गुट के प्रत्याशी ज़ीशान, बांद्रा (ईस्ट) से उद्धव ठाकरे के भतीजे वरुण सरदेसाई के खिलाफ 10,000 वोटों से पीछे चल रहे हैं।
उपचुनाव में रिकॉर्ड मतदान और एक्सिट पोल का पूर्वानुमान
बुधवार को हुए मतदान में 65.1% की रिकॉर्ड वोटिंग हुई, जो 2004 और 2014 के 63.4% के मुकाबले अधिक है। अधिकांश एग्जिट पोल ने महायुति की बड़ी जीत का अनुमान लगाया था। 11 में से सिर्फ एक एग्जिट पोल ने एमवीए की जीत की संभावना जताई थी।
एमवीए नेताओं की प्रतिक्रिया
शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत ने एग्जिट पोल को खारिज करते हुए कहा था कि, “हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनावों के पूर्वानुमान भी गलत साबित हुए थे। हम 160-165 सीटें जीतेंगे।”
मुख्यमंत्री पद की होड़
महायुति और एमवीए दोनों में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है। महायुति में शिंदे गुट मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बनाए रखने की मांग कर रहा है, जबकि बीजेपी देवेंद्र फडणवीस को फिर से सीएम बनाने की कोशिश में है। वहीं, अजित पवार का गुट ‘किंगमेकर’ की भूमिका निभाने की उम्मीद कर रहा है।
2019 की कहानी दोहराई गई
2019 में बीजेपी और शिवसेना (तत्कालीन एकजुट) ने 161 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन सत्ता-साझेदारी पर सहमति नहीं बनने के कारण शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर महा विकास आघाड़ी का गठन किया। यह गठबंधन लगभग तीन साल तक चला, लेकिन एकनाथ शिंदे की बगावत और अजित पवार के विभाजन के बाद एमवीए सरकार गिर गई।
2024 के चुनाव नतीजों ने महाराष्ट्र में बीजेपी के दबदबे को और मजबूत कर दिया है, लेकिन सत्ता के शीर्ष पद के लिए अभी जद्दोजहद जारी है।

Author: News Desk
हम हमेशा अपने पाठकों को सबसे ताजातरीन और सटीक समाचार प्रदान करने के लिए तत्पर रहते हैं। यदि आपको किसी खबर या जानकारी में कोई अपडेट की आवश्यकता लगती है, तो कृपया हमें सूचित करें। हम आपकी सुझाव और सुधारों को ध्यान में रखते हुए हमारी सामग्री को अपडेट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही, यदि आपके पास कोई महत्वपूर्ण समाचार या प्रेस रिलीज है जिसे आप हमारे साथ साझा करना चाहते हैं, तो कृपया इसे हमारे ईमेल आईडी पर भेजें: RajasthanTVofficial(at)gmail (dot)com