नई दिल्ली:
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान चयन पर विवाद के बीच केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए स्मारक बनाने का फैसला किया है। इस निर्णय के लिए प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर आभार जताया।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सोशल मीडिया पर साझा किया कि यह स्मारक ‘राष्ट्रीय स्मृति स्थल’ में बनाया जाएगा, जो राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए निर्धारित स्मारक परिसर है। उन्होंने लिखा कि परिवार ने इस फैसले की मांग नहीं की थी, इसलिए यह उनके लिए और अधिक खास है।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने जताया आभार
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने लिखा, “आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मिलकर उनके इस निर्णय के लिए दिल से धन्यवाद और आभार व्यक्त किया। बाबा हमेशा कहते थे कि राज्य सम्मान मांगा नहीं जाता, यह दिया जाता है। मैं इस अप्रत्याशित लेकिन बेहद उदार कदम के लिए आभारी हूं।”
उन्होंने आगे लिखा, “यह सम्मान मेरे पिता के लिए जहां वह अब हैं, कोई मायने नहीं रखता। लेकिन एक बेटी के तौर पर यह मेरे लिए बेहद खुशी का पल है। शब्द मेरे भावनाओं को व्यक्त करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।”
मनमोहन सिंह विवाद पर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन (26 दिसंबर) के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर हो, जहां उनका स्मारक बनाया जा सके।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का यह अपमान है। सरकार उनके लिए उपयुक्त स्थान क्यों नहीं चुन सकी?”
इसके जवाब में भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान कभी भी पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के लिए स्मारक नहीं बनाया। भाजपा प्रवक्ता सीआर केसवन ने कहा, “2004-2014 के कांग्रेस शासन के दौरान नरसिम्हा राव के लिए स्मारक नहीं बनाया गया। यह प्रधानमंत्री मोदी ही थे, जिन्होंने 2015 में उनके लिए स्मारक बनवाया और 2024 में उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया।”
प्रणब मुखर्जी को लेकर शर्मिष्ठा की टिप्पणी
विवाद के बीच शर्मिष्ठा मुखर्जी ने खुलासा किया कि 2020 में उनके पिता प्रणब मुखर्जी के निधन पर कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की शोकसभा नहीं बुलाई। उन्होंने कहा, “जब बाबा का निधन हुआ, तो कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की शोकसभा नहीं बुलाई। एक वरिष्ठ नेता ने मुझे बताया कि यह राष्ट्रपति के लिए नहीं किया जाता। लेकिन बाबा की डायरी पढ़ने के बाद पता चला कि केआर नारायणन के निधन पर यही प्रक्रिया अपनाई गई थी और शोक संदेश भी बाबा ने ही तैयार किया था।”
डॉ. मनमोहन सिंह के लिए स्मारक पर क्या कहा गया?
गृह मंत्रालय ने इस विवाद के बीच कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के लिए एक उपयुक्त स्मारक स्थल का चयन किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, ‘राष्ट्रीय स्मृति स्थल’ सहित कई स्थानों का चयन किया जा रहा है, और सरकार उनके परिवार के संपर्क में है।
निष्कर्ष
जहां एक ओर केंद्र सरकार का प्रणब मुखर्जी के लिए स्मारक का निर्णय सराहना पा रहा है, वहीं डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार स्थल और स्मारक को लेकर विवाद जारी है। यह मुद्दा आने वाले समय में राजनीतिक बहस का केंद्र बना रह सकता है।
हम हमेशा अपने पाठकों को सबसे ताजातरीन और सटीक समाचार प्रदान करने के लिए तत्पर रहते हैं। यदि आपको किसी खबर या जानकारी में कोई अपडेट की आवश्यकता लगती है, तो कृपया हमें सूचित करें। हम आपकी सुझाव और सुधारों को ध्यान में रखते हुए हमारी सामग्री को अपडेट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
साथ ही, यदि आपके पास कोई महत्वपूर्ण समाचार या प्रेस रिलीज है जिसे आप हमारे साथ साझा करना चाहते हैं, तो कृपया इसे हमारे ईमेल आईडी पर भेजें: RajasthanTVofficial(at)gmail (dot)com
Discover more from Rajasthan TV
Subscribe to get the latest posts sent to your email.